subodh

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Thursday 25 September 2014

9. पैसा बोलता है ...

अगर आपको अहसास हो रहा है कि आपकी  कंडीशनिंग गलत हुई है और उसे सुधारा जाना चाहिए तो  आपको कुछ चरणो से गुजरना पड़ेगा , आइये उन चरणों को समझ लेवे -
1 ) जानकारी- आप किसी भी चीज़ को जब स्वीकार करते है कि हाँ, मुझ में यह दिक्कत है .तभी उस बारे में कुछ हो सकता है . अगर आप उसका होना ही स्वीकार नहीं करेंगे,उसके अस्तित्व से ही इंकार करेंगे तो ज़ाहिर सी बात है उस बारे में कुछ किया भी नहीं जा सकता . अमूनन जब हम अपनी कंडीशनिंग को बदलने की  बात कर करते है तो ज्यादातर लोग उसके अस्तित्व से ही इंकार कर देते है और बरसों से पाली हुई धारणाओं की रक्षा के लिए दिमाग नाम का स्टोर रूम अजीब-अजीब से तर्क देता है और उसका सबसे प्रिय तर्क" भाग्य " होता है .

2 ) जानना  - जब आप ये स्वीकार कर लेते है कि ये कंडीशनिंग गलत है,उचित नहीं तब आपको ये समझना है ,जानना है कि ये सोच पैदा कहाँ से हुई ये कौन सी कंडीशनिंग है- शाब्दिक ,अनुसरणात्मक या विशिष्ट घटनात्मक  ,उस घटना ,उस सोच को बराबर समझे उसका विश्लेषण करेंगे तो आपको समझ में आएगा कि आपकी आज की स्थिति उस घटना की वजह से है आपको बाहर जो परिणाम मिल रहे है उसकी वजह आपके दिमाग में भरा हुआ उस घटना का असर है.पेड़ पर जो फल आ रहे है उसकी वजह जड़ है जिसे उस घटना ने क्षतिग्रस्त कर दिया है . 
3 ) जान छुड़ाना - जब आप ये समझ लेते है कि ये सोचने ,समझने और करने का तरीका आपका  अपना नहीं है बल्कि किसी घटना विशेष ने आपके दिमाग में ये फाइल स्टोर की है तो आपको इस फाइल को डिलीट करना पड़ेगा.
कृपया इसे बराबर समझ लेवे आपका कोई दोस्त अपने लैपटॉप के साथ-साथ आपके लैपटॉप पर भी कोई ऐसा सॉफ्टवेयर  डाउनलोड कर देता है जो आपके काम का नहीं है और  जिससे आपके लैपटॉप की स्पीड स्लो हो जाती है तो आप क्या करेंगे ?
क्या ये समझदारी नहीं है कि आप उस सॉफ्टवेयर को डिलीट कर देवे ?
अगर आपके दोस्त को  उस सॉफ्टवेयर की जिसकी खासियत है कि वो लैपटॉप की स्पीड स्लो कर देता है , ज़रुरत होगी तो अपने लैपटॉप से इस्तेमाल कर लेगा, आप अपने लैपटॉप पर ये अत्याचार क्यों होने देवे ?
तो जब आप अपनी गलत कंडीशनिंग को समझ लेते है और ये जान लेते है कि ज़िन्दगी में आपकी रूकावट की वजह वो गलत इस्टॉल की गई फाइल है  तो उसे भी दिमाग से डिलीट कर देवे . उन चीज़ों से ,धारणाओं से,सोच से मोहब्बत रखने से कोई फायदा नहीं है जो ज़िन्दगी में आपको पीछे रखे हुए है .
 अब जब आप इन तीनो चरणो से गुजर चुके है तो आप कोरे है और नए सिरे से अपनी ज़िन्दगी को आकार देने को तैयार है . अपने दिमाग में अब आप  अमीरी के ,सफलता के ,ऊंचाइयों के तरीके  इनस्टॉल करेंगे !
- सुबोध 


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